
विश्व प्रसिद्ध फूलों की घाटी पर्यटको के लिए 1 जून से खुल रही है। प्रकृति प्रेमियों और उच्च हिमालयी बुग्याल में रंग बिरंगे फूलों के शौकीन पर्यटको के लिए यह एक खूबसूरत ट्रैक है। फूलों की घाटी नंदा देवी बायोस्फियर रिसर्व में स्थित है। इस घाटी को यूनेस्को ने विश्व धरोहर घोषित किया है। फूलों की घाटी चमोली जिले के जोशीमठ तहसील में स्थित है जो समुद्र तल से 3600 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है।

फूलों की घाटी की खोज ब्रिटिश पर्वतारोही फ्रैंक एस स्मिथ ने की थी। यहाँ करीब 600 से ज्यादा फूलों की प्रजातियां पाई जाती है। फूलों की घाटी में यूं तो जून, जुलाई, अगस्त और सितंबर माह में फूलों की कई प्रजातीय पाई जाती है लेकिन अगस्त माह में सबसे अधिक फूल दिखाई देते है। नैसर्गिक सौंदर्य के लिए फूलों की घाटी पूरे विश्व में प्रसिद्ध है।

फूलों की घाटी में जाने के लिए ऋषिकेश से बद्रीनाथ हाइवे पर गोविंदघाट तक आप बस और अपनी गाड़ी से पहुँच सकते है।गोविंदघाट से आगे शेयर टैक्सी से आप 3 किमी पुलना गाँव पहुँच कर पैदल ट्रैक करेंगे। पुलना से घांघरिया 10 किमी है और यह फूलों की घाटी और हेमकुंड साहिब का बेस कैम्प भी है। यहाँ से फूलों की घाटी का अलग ट्रेक शुरू होता है जो करीब 4 किमी है।
Leave a Reply