
बुराँश उत्तरखंड का राज्य वृक्ष है। यह समुद्र तल से 1500 मीटर से 3500 मीटर तक कि ऊँचाई पर पाया जाता है। प्रदेश में बसंत ऋतु रंग बिरंगे फूलों की सौगात लेकर आती है। उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में इन दिनों चोपता बुराँश के कई रंगों से महक रहा है। चोपता को यूँ तो पहाड़ का स्विट्जरलैंड भी कहा जाता है लेकिन कई मायनों में यह स्विट्ज़रलैंड से भी ज्यादा खूबसूरत है।

केदारनाथ वाइल्डलाइफ सेंट्यूरी में स्थित चोपता के जंगलों में मार्च और अप्रैल के महीने में सुर्ख गुलाबी फूलों से खिल जाता है। लाल के साथ चोपता के जंगलों में हल्का गुलाबी, सुर्ख गुलाबी और मई महीने में सफेद फूल भी खिलते है। चोपता से तुंगनाथ ट्रेक में आप इन सभी रंगों के फूलों को महसूस कर सकते है।

बुराँश का फूल जितना सुंदर होता है वो शरीर के लिए भी फायदेमंद माना जाता है। इस फूल की पंखुड़ियों को तोड़कर जूस तैयार किया जाता है जो गर्मियों के समय काफी राहत देता और हार्ट की बीमारियों के लिए फ़ायदेमंत माना जाता है। फरवरी से लेकर अप्रैल माह तक आप बुराँश के कई रंग के फूलों को करीब से देखना चाहते हो तो फिर आप चोपता की घने जंगलों में आ सकते है।
Photo credit- Vijay Negi
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